दुर्गेश तिवारी
देश के भीतर कई ऐसे आईलैंड हैं, जहां की खूबसूरती देखते बनती है। यह आईलैंड विभिन्न राज्यों में मौजूद हैं। आप घूमने के शौकीन हैं और बतौर पर्यटक कुछ खूबसूरत जगहों को अपनी यादों में समेटना चाहते हैं, तो जरूर पढ़ें इन आईलैंड्स के बारे में और बनाएं प्लान यहां जाने के बारे में-
बैरन आईलैंड- बैरन आईलैंड अंडमान और निकोबार समूह के पूर्वी हिस्से की ओर स्थित है। यह द्वीप अंडमान की राजधानी पोर्ट ब्लेयर के उत्तर-पूर्व में लगभग 135 किलोमीटर दूर स्थित है। आईलैंड के पास ही सक्रिय ज्वालामुखी मौजूद है और इससे निकलने वाला लावा दूर से ही दिखाई देता है। बैरन द्वीप तक पहुंचने के लिए दो विकल्प हैं। पोर्ट ब्लेयर से एक सीप्लेन लिया जा सकता है और दूसरा विकल्प फेरी की सवारी है। फेरी की सवारी काफी दिलचस्प है क्योंकि यह पूरे द्वीप में तीन बार घूमती है और ज्वालामुखी को करीब से दिखाती है। यहां आप स्कूबा डाइविंग का भी मजा ले सकते हैं।
साओ जैसिंटो, गोवा- साउथ गोवा में तकरीबन 22 किलोमीटर क्षेत्र में फैले इस आइसलैंड के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। यहां जाने के लिए पंजिम जाना पड़ेगा। वहां से आपको आसानी से यहां जाने के रास्ते मिल जाएंगे। यहां एक लाइटहाउस भी है, जो यहां के निवासियों के द्वारा संरक्षित है।
माजुली आईलैंड – असम के माजुली में मौजूद यह ब्रह्मपुत्र में स्थित विश्व का विशालतम रिवर आईलैंड है। मॉनसून के समय यह पूरी तरह पानी में डूबा रहता है। इसे भारत का पहला रिवर आइलैंड डिस्ट्रिक्ट यानी नदी पर पहला आइलैंड जिला घोषित किया गया। माजुली तक पहुँचने का एकमात्र रास्ता है फेरी। जोरहाट, यहां का नजदीकी शहर है, जिसकी दूरी तकरीबन तीन घंटे है। इस द्वीप पर रहनेवाले प्रत्येक परिवार के पास एक या दो नावें हैं, जो बाढ़ के समय द्वीप पर यहां-वहां जाने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं। माजुली द्वीप की सबसे प्रसिद्ध जगहें हैं, यहां के सत्र, जिन्हें भारत के अन्य भागों में आश्रमों या मठों के रूप में जाना जाता है। ये सत्र 15वी शताब्दी के संत गुरु शंकरदेव द्वारा स्थापित किए गए थे। आउनीआटी माजुली का सबसे बड़ा सत्र है।
दिऊ आइलैंड- गुजरात : अगर सैर- सपाटे का प्रोग्राम बन रहा है और वह भी सी बीच पर, तो दीव बढ़िया ऑप्शन है। बीच के अलावा, यहां आपको फोर्ट, चर्च और मंदिर खूब देखने को मिलेंगे। अरब सागर में एक द्वीप के रूप में बसा यह टूरिस्ट प्लेस गुजरात के एक छोर पर स्थित है। दीव फोर्ट तीन साइड से समुद्र और चौथी साइड से एक छोटी नहर से घिरा है। नहर की तरफ से ही किले का एंट्री गेट भी है। 16वीं सदी में बने इस किले में आप उस जमाने की तोपें और तलवारें आज भी देख सकते हैं। आसपास की जगहों पर घूमने के लिए यहां से बोटिंग की भी सुविधा है। कालेपानी के नाम से जानी जाने वाली पनीकोटा इमारत फोर्ट के बिल्कुल सामने है। सेंट पॉल चर्च को अब म्यूजियम में बदल दिया गया है। यहां पर आपको क्रिश्चियन कल्चर की झलकर दिखातीं मूर्तियां, शिलालेख और उस वक्त की कला के कई क्रिएटिव नमूने देखने को मिलेंगे। इसके अलावा यहां पर जालंधर, देवका बीच, गोमटीमाला जैसे कई बीच मौजूद हैं, जो शांति और सुकून पाने के लिए उम्दा जगहें हैं। मुंबई से यहां के लिए सीधी फ्लाइट की सुविधा है। यहां का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन देलवाड़ा है। वहीं सड़क मार्ग से दीव के लिए द्वारिका, वेरावल, सोमनाथ, भावनगर, राजकोट और अहमदाबाद से नियमित बस सेवाएं हैं।
होप आईलैंड, आंध्र प्रदेश : समुद्र के बीच बसी 40-45 घरों वाली इस बस्ती में बाहरी दुनिया के लोग कम ही आते हैं। यह द्वीप बंगाल की खाड़ी में टैडपोल के आकार में 8.04 वर्ग किमी में है। यह 200 वर्षों में कोरिंगा नदी की रेत से बना है। यह आइलैंड प्राकृतिक ब्रेक वाटर का काम करता है और बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवातों से काकीनाडा शहर को बचाता है। बंगाल की खाड़ी से उठने वाले तूफान इस द्वीप से पहले टकराते हैं, लेकिन कोई यहां से हिलता तक नहीं। इस द्वीप तक काकीनाडा तट से बोट के जरिए 13 किमी का सफर तय करके ही पहुंचा जा सकता है।